डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी में एआई आधारित साइबर सुरक्षा पर संगोष्ठी

देहरादून।
डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी में सोमवार को “एआई-संचालित सुरक्षा, अनुपालन एवं स्थिरता, डिजिटल ट्रस्ट का भविष्य” विषय पर एक उच्चस्तरीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया।इस मौके पर एआई आधारित साइबर सुरक्षा विषय पर विस्तार से चर्चा की गई।
विश्वविद्यालय के मुख्य ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रो. एनके गोयल ने डिजिटल ट्रस्ट को भविष्य की आवश्यकता बताया। इस मौके पर उन्होंने भारत के आत्मनिर्भर प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि डिजिटल ट्रस्ट ही आने वाले युग की नींव है और एआई आधारित साइबर सुरक्षा को भविष्य की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया। साइबर वॉरियर्स मिशन अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई इस संगोष्ठी में जीआईएसपीएल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, टीईएमए, सीएमएआई एवं साइबर सुरक्षा संघ भारत (सीएसएआई) जैसे प्रतिष्ठित संगठनों का सहयोग रहा। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में अध्यक्ष टीईएमए, सीएमएआई एवं सीएसएआई उपस्थित रहे। इनमें डॉ. नवीन धाम, प्रबंध निदेशक, जी-इन्फो टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड तथा निर्मेश कुमार, संस्थापक बैंडिज़ टेक्नोज़ प्राइवेट लिमिटेड प्रमुख रहे। इन वक्ताओं ने डेटा सुरक्षा, तकनीकी अनुपालन और डिजिटल स्थिरता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर सीएस अतुल रावत, सीएस नेहा रस्तोगी एवं प्रोफेसर मनीष मान द्वारा किया गया। संगोष्ठी में एमबीए, बीबीए, कृषि एवं बीकॉम विभागों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और जाना कि किस प्रकार कृत्रिम बुद्धिमत्ता साइबर सुरक्षा, डिजिटल विश्वास और सतत डिजिटल प्रथाओं को सशक्त बना सकती है।
इस संगोष्ठी में कुलपति डॉ. संजय जसोला ने कहा कि डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी सदैव नवाचारात्मक शिक्षण और उद्योग विशेषज्ञों के साथ संवाद को प्राथमिकता देती है।प्रो-वाइस चांसलर डॉ. राजीव भारद्वाज
ने कहा कि संगोष्ठी इस बात का प्रमाण है कि विश्वविद्यालय छात्रों को भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बना रहा है और ज्ञान के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की दिशा में अग्रसर है।