प्रसिद्ध रंग कर्मी एस.पी.ममगाई ने भाषा मंत्री सुबोध उनियाल को नाट्य पुस्तक ज्योतिर्मय पद्मिनी भेंट की
देहरादून।
प्रसिद्ध रंगकर्मी और मेघदूत नाट्य संस्था के संस्थापक प्रमुख एस.पी. ममगाईं ने मेवाड़ की वीरांगना महारानी पद्मिनी के जीवन वृत्त पर केंद्रित नाटक “ज्योतिर्मय पद्मिनी” पुस्तक उत्तराखंड के भाषा मंत्री सुबोध उनियाल को उनके निवास पर भेंट की।
उल्लेखनीय है कि ज्योतिर्मय पद्मिनी नाटक के अनेक मंचन हो चुके हैं और श्री ममगाई इन दिनों अपने हर नाटक को पुस्तकाकार दे रहे हैं। उत्तराखंड की जॉन ऑफ आर्क कही जाने वाली नायिका तीलू रौतेली और अमर देव सजवाण और रूपवती तिलोगा की प्रणय गाथा पर तीलू की वेदना शीर्षक से अलग से पुस्तक प्रकाशित हो चुकी हैं।
भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने श्री ममगाई के सृजन की सराहना करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को ऐतिहासिक कथानकों और घटनाओं की जानकारी देने के लिए सर्वोत्तम माध्यम है, जिस प्रसंग को किताब के माध्यम से आसानी से नहीं समझाया जा सकता उसे नाटक के जरिए बहुत आसानी से बताया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नाटकों को लिपिबद्ध किए जाने से नई पीढ़ी को भी मदद मिलेगी और नाटकों के मंचन के लिए उन्हें कथावस्तु मिल जायेगी। उन्होंने श्री ममगाई के दीर्घ जीवन की कामना करते हुए उनसे निरंतर नाट्य साधना में संलग्न रहने की कामना की।