मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली जिलाधिकारी (रुद्रप्रयाग) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रुद्रप्रयाग) से बात कर केदारनाथ आपदा से संबंधित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक ली ,दिये आवश्यक दिशा निर्देश
रुद्रप्रयाग /देहरादून। केदार घाटी में आयी विनाशकारी आपदा के बाद चले बचाव अभियान में शुक्रवार को रेस्क्यू टीम द्वारा थारू कैंप के पास बड़े पत्थरो में दबे शव को निकाला। । बचाव टीम को दो मोबाइल व अन्य सामग्री प्राप्त हुई है। शव की पहचान शुभम कश्यप निवासी सहारपुर के रूप में हुई है। शव व प्राप्त सामग्री को चौकी लिनचोली के सुपुर्द किया गया। बचाव टीम ने मिसिंग श्रद्धालुओं की तलाश में थारू कैंप, छोटी लिनचोली में खोज अभियान चलाया। सर्चिंग के दौरान थारू कैंप में एक मोबाइल प्राप्त हुआ, जिसे चौकी लिनचोली के सुपुर्द कर दिया गाया है।दूसरी ओर, शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली जिलाधिकारी (रुद्रप्रयाग) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रुद्रप्रयाग) से बात कर आपदा संबंधित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस बीच, कई लोग केदारधाम और रास्ते में फंसे है। केदारघाटी में आपदा से कितने लोगों की मौत हुई। और कितने लापता है। उन ठोस आंकड़ा सामने नहीं आया है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने जिला प्रशासन से कुल मौतों व लापता श्रद्धालुओं की जानकारी देने को कहा है। बचाव अभियान में चिनूक हेलीकॉप्टर भी फंसे लोगों को निकाल रहा है। अभी तक एसडीआरएफ, पुलिस व अन्य बचाव टीम में सैकड़ों लोगों को बेहद कठिन पहाड़ी रास्तों से निकाला।बचाव अभियान शनिवार को भो जारी है। खराब मौसम से बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
6,980 तीर्थयात्रियों को सकुशल निकाला
शुक्रवार को 599 लोगों को हेली सेवाओं से एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किया गया, जबकि सोनप्रयाग से जंगलचट्टी के बीच फंसे 2024 तथा चौमासी से 161 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया गया। अब तक 1353 हेली व 5324 मैनुअल के साथ 303 चौमासी से मिलाकर 6,980 यात्रियों रेस्क्यू हो चुका है।
6,980 तीर्थयात्रियों को सकुशल निकाला
शुक्रवार को 599 लोगों को हेली सेवाओं से एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किया गया, जबकि सोनप्रयाग से जंगलचट्टी के बीच फंसे 2024 तथा चौमासी से 161 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया गया। अब तक 1353 हेली व 5324 मैनुअल के साथ 303 चौमासी से मिलाकर 6,980 यात्रियों रेस्क्यू हो चुका है।
कई लापता श्रद्धालु घर पहुंच गए, भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं- एसपी
इस बीच, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 जुलाई 2024 की रात्रि को श्री केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग अतिवृष्टि के चलते हुए भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग काफी स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। काफी लोगों का बारिश के चलते व नेटवर्क न रहने के कारण उनके परिजनों से सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। रेस्क्यू के उपरान्त काफी लोगों का उनके परिजनो से सम्पर्क हो गया है और अधिकांश लोग अपने घर सकुशल पहुंच भी गए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कतिपय माध्यमों से ऐसी भी सूचनाएं चल रही हैं “कि इस पूरे घटनाक्रम में बड़ी संख्या लोग लापता हैं”। उन्होंने कहा कि जितने भी लोगों की सूचना पुलिस के पास है, लगभग सभी अपने घरों को पहुंच गए हैं। किसी भी तरह से अगर कोई भ्रामक सूचनाएं फैलाता है तो उस पर विश्वास न करें। अगर आपका परिजनों से सम्पर्क नहीं हो रहा है तो पुलिस से जरूर सम्पर्क करें।
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन रुद्रप्रयाग में आपके सहयोग के लिए है। परिवार जनों से सम्पर्क न हो पाने का कारण यह है कि मौसम खराब होने व नेटवर्क की समस्या के चलते यह समस्या बनी हुई है। किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना से बचें।
जिला पुलिस व जिला प्रशासन के स्तर से जारी हेल्पलाइन नम्बर का विवरण भी जारी किया गया है।