30 July 2025

शिवभक्तों के चरण धोकर बोले मुख्यमंत्री धामी— यही उत्तराखंड की असली पहचान

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हरिद्वार, 17 जुलाई : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में ओम पुल के समीप गंगा घाट पर विभिन्न प्रांतों से आए शिवभक्त कांवड़ियों का पांव धोकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने भक्ति भाव से भजन संध्या में भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह अवसर भगवान शिव और मां गंगा की कृपा से ही संभव होता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आनंद में ही परम आनंद की प्राप्ति होती है और ऐसी भक्ति संध्याओं में वही सुख मिलता है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा श्रद्धा, आस्था और तप की पराकाष्ठा है। इस यात्रा में सेवा करने का भी पुण्य लाभ मिलता है। इस वर्ष एक करोड़ से अधिक शिवभक्त कांवड़ियों ने हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्यों के लिए प्रस्थान किया है। भोले बाबा के प्रति आस्था ही है कि श्रद्धालु हजारों किलोमीटर पैदल चलते हुए बिना थके, बिना रुके ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ आगे बढ़ते जाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज देश में सनातन संस्कृति के गौरव को पुनर्स्थापित करने के कार्य हो रहे हैं। चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, अयोध्या में भव्य राम मंदिर, उज्जैन में महाकाल लोक, केदारनाथ का पुनर्निर्माण या बद्रीविशाल का मास्टर प्लान हो, हर स्थान पर सांस्कृतिक धरोहर को नया स्वरूप दिया जा रहा है। आने वाले समय में हरिद्वार धर्मनगरी भी काशी और अयोध्या की भांति भव्य रूप में दिखेगी।

उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए सरकार ने इस बार अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। विशेष मोबाइल एप, स्वास्थ्य केंद्र, शौचालय, पार्किंग, टिन शेड, विश्राम स्थल और गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। यात्रा मार्ग और हरिद्वार के होटलों व ढाबों में भोजन की गुणवत्ता की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘शिव भक्ति प्रदर्शन नहीं, एक आंतरिक साधना है।’ जल अर्पित कर महादेव की अराधना करने का यह पावन अवसर हर किसी को नहीं मिलता, यह भगवान की विशेष कृपा होती है। उन्होंने कांवड़ियों से अपील की कि वह भक्ति भावना के अनुरूप शांतिपूर्ण आचरण करें, क्योंकि कुछ लोग इस पावन यात्रा को बदनाम करने के प्रयास में अशांति फैलाना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के माध्यम से छद्म वेशधारियों और विधर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है, जो सनातन धर्म और भोले बाबा के श्रद्धालुओं को गुमराह करने का षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में श्रीमद्भागवत गीता का पाठ अनिवार्य कर दिया गया है। विद्यार्थी अब शिक्षा के साथ जीवन जीने की कला और अध्यात्म के संस्कार भी सीख रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने हरिद्वार पुलिस, प्रशासन, एचआरडीए, स्वयंसेवी संगठनों, डॉक्टरों, सफाई कर्मियों, व्यापार मंडल, श्री गंगा सभा, संत समाज सहित सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी का उद्देश्य यही है कि यह यात्रा निर्विघ्न और भक्ति भाव से सम्पन्न हो।

इस अवसर पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, राज्य मंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, शोभाराम प्रजापति, देशराज कर्णवाल, हरिद्वार मेयर किरण जैसल, रुड़की मेयर अनीता देवी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, विधायक प्रदीप बत्रा, आदेश चौहान, मदन कौशिक, जिलाध्यक्ष हरिद्वार आशुतोष शर्मा, जिलाध्यक्ष रुड़की मधु, श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, सभापति कृष्ण कुमार ठेकेदार, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, प्रणव सिंह चैंपियन, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, आईजी राजीव स्वरूप, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि सहित अनेक संत-महात्मा और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

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